आज की बड़ी खबर निकल कर उन्नाव के गदनखेड़ा से निकल कर सामने आ रही है। जहां एक किशोरी की गोली लगने से मौत हो गई है, यह गोली सूत्रों के मुताबिक पता चला है की उसके छोटे भाई से गलती से तमंचे का ट्रिगर दब जाने से चल गई।
कोतवाल प्रमोद मिश्रा जी ने घटना के बारे में बताया है की घटना की जांच अभी चल रही है, घटना में कई प्रकार के प्रश्न बने हुए है उनके ही आधार पर जांच की जा रही है, जैसे की, इशिता को गोली मारी गई तो किसने मारी या गलती से तमंचे से चली गोली से मौत हुई है, ऐसी स्थिति पर माता पिता घर से बाहर गए तो कहा गए, और क्यों गए। गोली तमंचे से चली है तो वह तमंचा किसका है, ऐसे कई सवाल पर नजर डालते हुए प्रमोद मिश्रा ने बताया है की घटना की जांच बारीकी से की जा रही है। विस्तार।
बता दे की पूरा मामला उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के मोहल्ला गदनखेडा का है, जहां बुधवार की रात को एक बड़ी घटना घट गई, जिसमे एक किशोरी को गोली लगने की सूचना है, और गोली लगने के बाद किशोरी की मौत हो गई। सूत्रों के द्वारा बताया जा रहा है की गोली किशोरी के बाए पैर की जांघ में लगी है, परिजनों का घटना को लेकर कहना है की यह गोली किशोरी के छोटे भाई से गलती से तमंचे का ट्रिगर दबने से चली गोली से मौत हुई है, उस वक्त घर में कोई भी बड़ा व्यक्ति घर पर नही था समय से अस्पताल न ले जाने के कारण मौत हो गई है। चौकाने वाली बात तो यह है की जब पुलिस को घटना की सूचना मिली और पुलिस घटनास्थल पहुंची तो वह उसे कोई तमंचा मिला नही, मोहल्ला गदन खेड़ा निवासी भोलेनाथ तिवारी के तीन बच्चे होने की खबर मिली है , जिसमे इशिता की उम्र लगभग 16 साल तो वही दूसरी बेटी नैंसी की उम्र 13 साल बताई जा रही है और बच्चे की उम्र दस वर्ष जिसका नाम सोमनाथ बताया जा रहा है।
यह घटना जब घटित हुई तो उस समय भोले नाथ पत्नी के साथ कही बाहर थे, और इसी बीच घर में रखा तमंचा बच्चे सोमनाथ के हांथ लग गया, खेल खेल में वह तमंचे को कमरे से लेकर बाहर आ गया और गलती से उसने तमंचे का ट्रिगर दबा दिया, और तमंचे में कारतूस लगा होने से गोली चल गई और सामने खड़ी बहन इशिता के बाए पैर के जांघ में लग गई। इशिता को गोली लगने के बाद बच्चा घबरा गया और बाहर निकलकर लोगो से मदद मांगी पर लोग आए तो लेकिन इतनी देर में एक घंटा बीत चुका था, और इतने लोगो के इकठ्ठे होने के बाद भी, कोई हॉस्पिटल पहुंचाने की हिम्मत नही जुटा पाया। सूत्रों के द्वारा बताया जा रहा है जब पिता घर आए और बेटी को देखा तो तुरंत अस्पताल के लिए रवाना हुए, लेकिन समय ज्यादा हो चुका था इस बीच किशोरी ने रास्ते में ही दम तोड दिया। इस घटना की सूचना पर तुरंत सदर कोतवाल ने मामले को संज्ञान में लिया, और जांच शुरू कर दी है। लेकिन सदर कोतवाल ने बताया है की यह बात उन्हे हजम नही हो पा रही है की गोली लगने से मौत हुई और घर में कोई तमंचा भी नही मिला, यह तक की जब कोतवाल ने घर वालो को बुलाया तो इस पर भी कोई नही पहुंचा। पुलिस सवालों की छान बीन में जुटी है।