माचाड़ीअलवर:- राजगढ़ श्रीनगर बांदेन में आज विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया पर्यावरण संरक्षण से जुड़े आंदोलन की शुरुआत 22 अप्रैल को हुई भारत सहित 195 से अधिक देश इसे मानते हैं पृथ्वी दिवस को मनाने का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्थन दिखाना है और उन मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है जो हमारे ग्रह को खतरे में डालते हैं इस वर्ष का थीम पृथ्वी बनाम प्लास्टिक है।पृथ्वी पर ही जीवन पाया जाता है।आज के दिन को वृक्ष दिवस भी कहा जाता है।
पत्रिका जन प्रहरी तथा विश्व जल आयोग के सदस्य नेहपाल सिंह ने ग्रामीणों व युवाओं को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने की शपथ दिलाई पृथ्वी को बचाने के लिए इस प्रदूषण से बचना होगा तथा हमें एक पेड़ राष्ट्र के नाम लगाना होगा तथा उसकी संरक्षित करना होगा।इस नीले ग्रह को पेड़ लगाकर बरसात के जल का संचय करके मृदा अपरदन को रोककर हम सब मिलकर प्रकृति के संरक्षण व संवर्धन का संकल्प लें। प्लास्टिक के कचरे को एकत्र करके उसे रिसाइकल करके उपयोगी बनाएं साथ ही बाजार में कपड़े का थैला लेकर जाने की आदत बनाएं। ग्रामीणों ने बताया कि पॉलिथीन के खाने से आए दिन पशु मर रहे हैं। अतः इसे बिल्कुल उपयोग में नहीं लेना चाइए क्युकी यह कई वर्षों तक खराब नहीं होती है तथा फसल को भी नुकसान पहुंचाती है। हम सबको मिलकर पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण के द्वारा पृथ्वी को बचाना होगा। इस अवसर पर ओम प्रकाश सिंह ,अंकुल गुप्ता, कैलाश प्रसाद, कुशाल सिंह, विपिन शर्मा, राम सैनी आदि ने विचार व्यक्त किया तथा पर्यावरण गतिविधियों के प्रांत संयोजक अशोक शर्मा व जिला संयोजक उमराव लाल सैनी के द्वारा कार्यशाला में बीजारोपण की वीडियो को जिला शिक्षण संस्थान प्रमुख नेहपाल सिंह ने ग्रामीणों व छात्रोंने को बताया की किस प्रकार बीजों के संचय द्वारा हम आसानी से पौधे तैयार करते हैं। साथ ही सिंह ने बताया कि ओजोन परत पृथ्वी की रक्षा का काम करती है। परंतु पालीक्लोरोफ्लोरोकार्बन फ्रेन के कारण ओजोन मंडल में छिद्र हो रहे हैं। जिससे पराबैंगनी प्रकाश प्रथ्वी पर पहुंच रहा है। ग्लोबल वार्मिंग वह ग्रीन हाउस प्रभाव के कारण प्रथ्वी का तापमान दिनों दिन बढ़ रहा है।